Tuesday, December 28, 2010

वे लौट के फिर ना आए...

धर्मेंद्र कुमार
आंखों में सपने लिए, घर से वे चल तो दिए लेकिन राहें उन्हें न जाने कहां ले गईं। घर-परिवार के लोग ढूंढ़ते रहे और बीते आठ महीनों से तो कोई संदेशा भी नहीं आया। आई तो उनमें से एक की लाश, एक बैरंग लिफाफे की तरह। लाश... लेने के लिए भी नियोक्ता कंपनी ने मांगे तीन लाख रुपये, पैसे थे नहीं... आखिर, लाश तो मिल गई लेकिन लग गए और दो महीने। अब अंतिम संस्कार करके घर में मां-बाप और बहन-भाई बैठे हैं, रो रहे हैं कि आखिर किस बुरी घड़ी में उन्होंने अपने जिगर के टुकड़े को शारजाह जाने की अनुमति दे दी।

ये कहानी उनमें से एक की है। बाकी और नौ घरों के चिराग हैं जिनके बारे में अभी कोई खबर नहीं है।

वलसाड के भूपेंद्र सिंह, जयपुर के विकास चौधरी, भूमराम रूंदला और रतिराम जाट (दोनों भाई), रांची के अमित कुमार, लुधियाना के जितेंद्र सिंह, भिवानी के विक्रम सिंह, रेवाड़ी के नरेंद्र कुमार, महाराष्ट्र के प्रकाश जाधव तथा अलीगढ़ के सरवन सिंह ने हैदराबाद के एक मर्चेंट नेवी प्रशिक्षण संस्थान में प्रवेश लिया। कोर्स के दौरान ही ऑन बोर्ड ट्रेनिंग और नौकरी का वादा किए जाने के चलते इन छात्रों को एजेंटों के जरिए दुबई की बिन खादिम कंपनी के तेल वाहक जहाज अल वतूल पर तैनाती करा दी गई। युवकों ने अपने परिजनों को बताया था कि वे शारजाह से ईरान तेल के आयात-निर्यात करने वाले जहाज पर तैनात हैं।

माह फरवरी के अंतिम सप्ताह में ये लोग शारजाह के लिए रवाना हुए। अप्रैल तक ये लोग अपने परिजनों से संपर्क करते रहे। लेकिन यकायक यह सिलसिला बंद हो गया। घर के लोगों की चिंताएं बढ़ीं तो उन्होंने खोजबीन शुरू की। सबसे पहले उन एजेंटों से बात की गई जिनके जरिए इन युवकों की तैनाती कराई गई थी। कुछ दिन तक ये एजेंट उन्हें आश्वासन देते रहे लेकिन बाद में फोन उठाना बंद कर दिया। इस दौरान इतना जरूर पता लगा कि अल वतूल जहाज को ईरानी कोस्टल गार्ड ने अपने कब्जे में ले लिया है।

ज्यादा छानबीन की गई तो पता चला कि जहाज रास्ता भटककर ईरानी सीमा में चला गया और जहाज पर तैनात सभी कर्मियों को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।

कोई चारा न देख परिजनों ने बंदर अब्बास स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास से संपर्क किया। बार-बार फोन करने पर कार्रवाई का ‘आश्वासन’ मिला। लेकिन इससे ज्यादा कुछ नहीं हुआ। युवकों में से एक भूपेंद्र सिंह के पिता राजेंद्र सिंह चौधरी और रूंदला बंधुओं के रिश्तेदारों ने भारत में ईरानी दूतावास और विदेश मंत्रालय से भी जानने की कोशिश की लेकिन नतीजा... वही ढाक के तीन पात।

15 मई को एक युवक सरवन सिंह की मौत हो गई तो परिजनों को कंपनी की ओर से इसकी खबर मिली और शव भेजने के लिए तीन लाख रुपये खर्चे के रूप में जमा करने की बात कही गई। सेवानिवृत फौजी पिता ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो 18 अगस्त को उसके शव को दिल्ली भेज दिया गया। जहां उसके परिजनों ने इसे प्राप्त कर लिया। इस मामले में जब ईरानी दूतावास से पता किया गया तो बताया गया कि सरवन की मौत हृदय गति रुक जाने से हुई। जबकि एजेंटों से मिली जानकारी के अनुसार इन युवकों को ईरानी कोस्ट गार्ड ने हिरासत में लिया था। ईरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करने पर बताया गया कि जहाज पर समुद्री लुटेरों का हमला हुआ था जिसमें सरवन की मौत हुई। बहरहाल, सरवन के जिस्म पर चोट का कोई निशान न था।

सरवन के पिता भूरे सिंह की अपने बेटे से आखिरी बात 28 अप्रैल को हुई थी जिसमें उसने घर के लिए 40 हजार रुपये भेजने की बात कही थी।

इस घटना से अन्य युवकों के परिजनों की चिंताएं बढ़ गईं। संसाधनों के हिसाब से प्रयासों में और तेजी लाने की कोशिश की गई। अबू धाबी के भारतीय दूतावास में यहां के कामगारों की मदद में जुटे भारतीय कामगार संसाधन केंद्र (IWRC) से संपर्क स्थापित किया गया तो उन्होंने कोई जानकारी मिलने पर सूचना देने की बात कही।

अब सवाल यह है कि यदि किसी भारतीय के साथ विदेशों में कोई अनहोनी होती है तो इसमें उनके परिजनों की मदद के लिए कौन मौजूद है।

दूतावासों से संपर्क किया जाए तो जल्द कार्रवाई करने के 'सरकारी' जवाब मिलते हैं। विदेश मंत्रालय से बात की जाए तो वे दूतावास से संपर्क करने की बात कह देते हैं। एक दूसरे पर टोपी रखने का क्रम अनवरत चलता रहता है। निर्दोष भारतीयों के विदेशों में जाकर कहीं फंस जाने की स्थिति में भारत सरकार के पास क्या समाधान है।

इस बार सवाल 10 नवयुवकों का है। उनसे जुड़ी जिंदगियों का है। उन लोगों का है जिनके घर में उनके परिजन बेसब्री से उनका इंतजार कर रहे हैं। हर फोन की आहट पर उन्हें लगता है कि जैसे उनके बेटे ने आवाज दी है...

Thursday, May 27, 2010

आगराटुडे.इन : नए रंग-रूप में

इंटरनेट पर बृज मंडल को एक प्रभावशाली उपस्थिति देने के उद्देश्य से बनाई गई आगराटुडे.इन को नए रंगरूप में आपके सामने पेश करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। नया संस्करण पहले की तुलना में कहीं ज्यादा बड़ा और बेहतर है। पिछले एक साल के दौरान आपके दिए गए लगभग सभी सुझावों को हमने इस नए संस्करण में शामिल करने की कोशिश की है।

तीन साल पहले जब हमने इसी उद्देश्य के लिए आगरालाइव.इन को लॉन्च किया था तो यह अपने तरह की पहली कोशिश थी। आगराटुडे.इन के रूप में और बेहतर मंच स्थापित किए जाने के बाद हमें हमारे पाठकों का एक अच्छा प्रतिसाद मिला है।

बीते साल के दौरान, विचारों के आदान-प्रदान, रायशुमारी और सूचना मुहैया करने के अपने लक्ष्य में आगराटुडे.इन को कई सफलताएं हासिल हुईं।

आप में से कई पाठकों ने साल की शुरुआत में आयोजित किए गए सर्वश्रेष्ठ आगराइट के चयन में अपने वोटों द्वारा खास भूमिका निभाई। इस सफल आयोजन से आगराटुडे.इन ने आगरा के ऑनलाइन इतिहास में एक विशिष्ट स्थान बनाया।

ऐसी ही कई अन्य सफलताओं से उत्साहित होकर हमने आगराटुडे.इन को एक नई शक्ल देने का फैसला किया। विषय सामग्री और तकनीकी उन्नयन के साथ हम फिर नए उत्साह के साथ आपके सामने हैं। इसे बरकरार रखने के लिए हमें पहले की तरह आपके प्रोत्साहन की लगातार जरूरत रहेगी।

मेरे साथी धर्मेंद्र कुमार और उनकी टीम ने एक बार फिर से नई चुनौतियों को स्वीकार कर इसे और अधिक आकर्षक और उपयोगी बनाने का प्रयास किया है।

अब मैं जिक्र करूंगा आगराटुडे.इन में समाविष्ट उन नए तत्वों का जो पिछले संस्करण में नहीं थे।

शुरुआत करते हैं लोगो से... लोगो में बृज क्षेत्र के सांस्कृतिक और पारंपरिक तत्व को प्रमुखता से दर्शाया गया है। आगरा की पहचान ताज महल और मथुरा-वृंदावन की पहचान भगवान श्रीकृष्ण और राधा की छवियों को उभारा गया है।

पाठकों को सरल नेविगेशन मुहैया कराने के लिए तीन मीनू रखे गए हैं। पहले, मुख्य मीनू में सभी आवश्यक सेक्शन जैसे समाचार, संपादकीय, बृज के गौरव, विद्यार्थी कोना, पुस्तकेंपर्यटन आदि दिए गए हैं।

दूसरे मीनू में स्वनामधन्य लेखकों के नियमित कॉलम रखे गए हैं। तीसरे मीनू में हमारे बारे में, विज्ञापन संबंधी सूचनाएं तथा निजता नीति आदि कानूनी पहलुओं की जानकारी दी गई है।

साइट के दायीं ओर गैलरी सेक्शन दिया गया है। इसमें फोटो गैलरी और कार्टून कॉर्नर को बारी-बारी से दिखाया जाएगा।

इसके ठीक नीचे नवीनतम समाचार, सबसे ज्यादा देखी गई विषय सामग्री, सूचनाएं और वर्गीकृत विज्ञापन रखे गए हैं।

बायीं ओर सबसे ऊपर साइट पर मौजूद सामग्री को ढूढने की व्यवस्था दी गई है।

साइट के मुख्य भाग में सबसे पहले मुख्य समाचार तथा साथ में चार अन्य समाचार रखे गए हैं। खास बात यह है कि इस बार पाठक रचना को पढ़ने के साथ-साथ उसे रेटिंग भी दे सकते हैं। इसके अलावा, रचना को पीडीएफ फॉर्मेट में देखा जा सकता है, उसका प्रिंट लिया जा सकता है, और यही नहीं इसे अपने दोस्तों को भेजा भी जा सकता है। प्रत्येक रचना के साथ उससे संबंधित अन्य रचनाओं के लिंक्स भी दिए जाएंगे। ताकि पाठक रचना से संबंधित अन्य मौजूद जानकारी हासिल कर सकें।

इसके अलावा चार और दूसरी खबरें होमपेज पर दिखाई गई हैं।

रजिस्टर्ड पाठकों को आने वाले समय में साइट के कुछ अन्य फीचर देखने को मिलेंगे। कंटेंट सिंडीकेशन के लिए RSS वर्जन 2.0 की सुविधा हमारे पाठकों को मिलेगी। इस सुविधा की मदद से आप साइट पर किसी भी अपडेट की जानकारी तुरंत अपने कंप्यूटर पर ले सकते हैं। यही नहीं, इसकी मदद से आप अपने ब्लॉग या फेसबुक प्रोफाइल पर साइट कंटेंट को तुरंत देख सकते हैं।

पाठकों द्वारा किसी खास विषय पर अपना मत देने के लिए मतदान की व्यवस्था की गई है। इसके ठीक नीचे आप देख सकते हैं कि इस समय आपके साथ कितने पाठक साइट पर मौजूद हैं।

बहुत ज्यादा संख्या में विज्ञापनों से होने वाली परेशानी से बचने के लिए इसके लिए केवल तीन मॉड्यूल रखे गए हैं। सभी विज्ञापन इन्हीं मॉड्यूलों में दिखाए जाएंगे। और हां... पॉप अप विज्ञापन बिल्कुल भी नहीं...।

साइट के नए रंग रूप को आपके सामने लाने में करीब दो महीने की अथक मेहनत में मेरे कई दोस्तों ने मेरी अविस्मरणीय मदद की है। इस टीम का कुशल नेतृत्व धर्मेंद्र कुमार ने किया। साइट की आकार रचना और डिजायनिंग में सहयोग सुनील कुमार सीरिज ने दिया है। लोगो और दूसरे बैनरों की रचना आरती वर्मा ने की है।

अंत में, मैं कहूंगा कि लोगों की विभिन्न रुचियों के विषय हम लगातार देते रहने का प्रयास हमेशा की तरह करते रहेंगे।

शुभकामनाओं सहित

बृज खंडेलवाल

संपादक

आगराटुडे.इन

Wednesday, May 26, 2010

Introducing The New Avatar Of Agratoday.in


By Brij Khandelwal

It is a great pleasure to present you this new version of our news website for the whole of Braj Mandal, Agratoday.in, more attractive and user- friendly than the earlier version.

When we launched Agralive.in three years ago, it became a kind of trend setter. The rechristened Agratoday.in has surprised us with a committed following and continuous feedback from our visitors, clients and patrons who have found the platform useful and unique.

Indeed in terms of sharing ideas, opinions and information Agratoday.in has scored quite a few successes. On several occasions breaking news stories much in demand these days, have been widely appreciated.
Many of you may have participated in the end of the year unique poll for the most popular personality of Agra. The tremendous response through emails and SMSs helped popularize the site, which now is poised for a make-over to attract the younger set.

Many new features are being added. We would however continue to evolve and rediscover ourselves in this process of up-gradation. So if you have any ideas please let us know.

My colleague Dharmendra Kumar and his team do not want to rest on the laurels and be easily satisfied. He is now keen to take bigger challenges and incorporate some more innovative designing. He promises this will definitely be a very interesting and useful website in days to come. Needless to say, the contents will receive our full attention and we will not shy away from calling a spade a spade where public interest is involved.

The answer to the question why this website? First there are a whole lot of people of Agra origin spread all over the world. They are keen to know what is happening back home. Two, the mainstream newspapers do not always have the time and space for views and information that affect their commercial prospects. Here our website intends filling the gap.

Let me now tell you about the new features that have been incorporated to give it a new look and prove more useful for our valuable fans and users.

Let’s start from the logo. Logo gives the prominent impression of cultural and traditional aspect of Braj region. The identity of Agra, The Taj Mahal and of Mathura-Vrindavan, Lord Krishna and Radha appear on the logo.

For smooth navigation, there are three Menus on site one by one. First is Main Menu, which have Links for various sections as ‘News’, ‘Braj Ke Gaurav’, ‘Students’ Corner’, ‘Just Books’ ‘Editorial’ and ‘Tourism’. Second, the Special Menu, has various columns of famous columnists on various contemporary issues.
The third menu is for the legal and advertisement aspects of the website. It includes ‘About Us’, ‘Advertisement Enquiry’, ‘Privacy Policy’ and ‘Legal Disclaimer’ etc. On the right panel of the site, there is a ‘Gallery’ which includes ‘Photo Gallery’ and ‘Cartoon Corner’ one by one. Below this, there are ‘Latest News’, ‘Popular’ stories, ‘Information’ and ‘Classifieds’ are given.

On left panel, there is a ‘Search’ field, by which users can search older stories on the website.

In the main body of the website, the top story is being presented with four other stories. Four more stories’ links are also provided at the bottom. Visitors would now be able to rate stories according to their interests and judgments.

Besides it, the story can be seen in PDF format, print can be taken and even one can send the story to friends. Related stories links also would be provided with each story. There would be more features for registered users. If they register themselves at below left panel.

RSS 2.0 version is also available for the visitors. With this service you can get the regular updates on your desktop. Even, you can add this service to your blog or Facebook profile.

A Poll Question has also been added.

Below, you will find information on how many visitors are viewing the site with you. We have only three advertisement modules to ensure visitors don’t get irritated or inconvenienced. All the advertisements would be shown in these three modules one by one. And, strictly ‘No’ to pop ups.

Now, I would like to share with you how I have been helped by my team mates who have put in a lot of hard work and imagination. I would like to name some of my friends who helped me in launching of this new version. Dharmendra Kumar, of course, leads the team, Sunil Kumar Sirij suggested the layout, color combination and Aarti Verma designed the logo and other banners.

Finally, we are committed to only good taste and we respect the privacy of every individual who needs his own space for self-growth. Whatever is in public interest and of interest to our readers and surfers, will find space on this site.

Your comments are always a source of guidance and inspiration.
Best wishes
BRIJ KHANDELWAL
Editor
Agratoday.in

Thursday, March 18, 2010

क्लीन यमुना अभियान 22 मार्च को

आगरा/नई दिल्ली (भारत)(मीडियाभारती सिंडीकेशन सर्विस) 17 मार्च : रिवर्स ऑफ द वर्ल्ड (आरओडब्ल्यू) के तहत यमुना फाउंडेशन फॉर ब्लू वाटर के तत्वावधान में 22 मार्च को आगरा और दिल्ली में एकसाथ यमुना सफाई अभियान का आयोजन किया जा रहा है। अभियान के तहत स्वयंसेवकों द्वारा यमुना नदी में बिखरे कूड़े-करकट को साफ किया जाएगा।

एलिस फर्गुसन फाउंडेशन द्वारा इसी तरह का एक अभियान वाशिंगटन में पोटोमैक नदी पर चलाया जा रहा है। भारत में चलाए जाने वाले इस अभियान में भी इस संगठन का सहयोग लिया जा रहा है। यमुना फाउंडेशन फॉर ब्लू वाटर के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुबिजॉय दत्ता ने बताया कि यमुना नदी को पवित्र नदियों में से एक माना जाता है और जब तक यमुना नदी को अपना प्राकृतिक स्वरूप वापस नहीं मिलता, इस तरह के अभियान चलाए जाते रहेंगे।
आगराटुडे.इन के संपादक बृज खंडेलवाल ने बताया यमुना नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए संगठित प्रयासों की आवश्यकता है। नागरिकों को इसके शुद्धिकरण के लिए सरकार का मुंह ताकने के बजाय स्वयं उठ खड़े हो जाना चाहिए ताकि यमुना के लगातार हो रहे क्षय को रोका जा सका।

22 मार्च को आयोजित क्लीन यमुना अभियान के अंतर्गत स्वयंसेवकों द्वारा ताज महल से पोइया घाट के बीच यमुना नदी के किनारे दर्जनों स्थानों पर सफाई अभियान चलाया जाएगा। स्वयंसेवकों के लिए हाथों के दस्ताने और कूड़ा भरने के बड़े थैले उपलब्ध कराए जाएंगे। रिसाइकल किए जा सकने वाले कूड़े करकट को अलग छांटकर नागरपालिका के रिसाइक्लिंग सेटर पर भेज दिया जाएगा।

अभियान से संबंधित और इसमें भाग लेने के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए इच्छुक स्वयंसेवक info@agratoday.in और मोबाइल नंबर 9997186708 पर संपर्क कर सकते हैं। मीडियाभारती वेब सॉल्यूशन प्रमुख धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आगरा और दिल्ली में संचालित किए जाने वाले इस अभियान का पूरा ब्योरा आगराटुडे.इन और मीडियाभारती.कॉम पर लगातार उपलब्ध रहेगा।

दिल्ली में इस आयोजन के प्रभारी सुरेश नायर और डीके मित्तल ने बताया कि राजधानी क्षेत्र में यमुना नदी को साफ किए जाने को लेकर जागरूकता अभियान पहले से ही शुरू किए जा चुके हैं।

Tuesday, March 16, 2010

Rivers Of The World Foundation Plans To Conduct Yamuna Cleanup On March 22

Agra/New Delhi (India) (Mediabharti Syndication Service) 16 March: The Yamuna Foundation for Blue Water, under the umbrella of the Rivers of the World (ROW) Foundation begins a Campaign to cleanup the Yamuna River with Volunteers picking up trash on March 22nd Agra and Delhi. This project in India is in partnership and motivated by a similar project in Washington to Clean-up the Potomac River by the Alice Ferguson Foundation. In both cases, these major rivers are polluted in varying degrees impacting the lifeline of the people living there. Both flow through the Capitals of their countries.

Subijoy Dutta, Executive Director of the Yamuna Foundation for Blue Water announced, “We start now to clean up the Yamuna with our hands. We will continue cleanups until river becomes, once again, clean and blue. The Yamuna River is sacred. It is a life source. We can not continue to trash it!”

The United States partner in the Trash Cleanup Project is The Alice Ferguson Foundation. The Foundation will lead its 22nd Annual Potomac River Watershed Cleanup in April 2010.

Brij Khandelwal, Editor (Consult), Mediabharti.com and Coordinator of the Agra Yamuna Cleanup, said a sustained mass movement was necessary. "Citizens should stop looking to the government for everything but initiate action on their own to stop further degradation of the river."

The Yamuna River Cleanup in Agra takes place on coming March 22nd. Volunteers will clean up trash from Taj mahal to Poiya Ghat at about a dozen points on the bank of the Yamuna River

Coated gloves will be given to all Volunteers to protect hands and Blue plastic bags will be used to collect recyclable items and orange bags for trash to be disposed. The recyclables will be transported to the municipal recycling center; arrangements are being made for the non-recyclables to be picked up by the city garbage collection system.

Delhi Coordinator, Suresh Nair and DK Mital for the Yamuna River Cleanup are committed to the Yamuna Foundations’ motto “…to turn the Yamuna Blue” and agrees that it will take a major effort on the part of all sectors of the Delhi community to turn this issue around.

As in Agra, similar gloves and bags will be used. The recyclables will be transported to the municipal recycling center; arrangements are being made for the non-recyclables to be picked up by the city garbage collection system.

After the Trash Cleanups, information, along with pictures, will be released publicly about how much volume/weight and types (paper, plastics, soda cans, bulk items, such as tires etc.) of trash collected.

Sunday, February 28, 2010

हल्की जेब के साथ रंग में डूबा देश!

धर्मेंद्र कुमार
देशभर में होली की धूम है। बीते हफ्ते संसद में पेश हुए बजट के बाद अपनी जेब को हल्का महसूस कर रहे लोग सब कुछ भूल-भालकर होली के रंगीन माहौल में डूबे हुए नजर आए। रंगों की ऐसी बरसात हो रही है कि किसी का चेहरा पहचानने लायक नहीं रह गया है। कोई नीला तो कोई लाल, हरा और पीला हो चुका है।

देश के विश्व प्रसिद्ध घाटों, गलियों और सड़कों पर आम लोगों के साथ विदेशी पर्यटक भी नगाड़ों तथा ढोलकों की थाप पर होली गाते-नाचते और एकदूसरे पर रंग उड़ेलने में व्यस्त दिखे।

फिल्मी और लोक धुनों पर मानो पूरा देश ही भांग और ठंडई पीकर झूम रहा हो। जहां देखिए वहां लोग एक दूसरे के घरों में पहुंचकर रंग और अबीर आपस में मलते-रगड़ते नजर आ रहे हैं।

लोग सुबह से ही टोलियां बनाकर निकल पड़े तथा अपने मित्रों के घरों पर दस्तक देने लगे। जो लोग अपने घरों से स्वयं नहीं निकले उन्हें मनाकर या डराकर घरों से बाहर निकाला गया और फिर अपनी टोली में शामिल कर लिया गया।

गंगा के घाटों पर तो अजब मस्ती छाई हुई है। विदेशी पर्यटक भी अपने को नहीं रोक सके और रंगों में सराबोर होकर उन्होंने भी मल्लाहों तथा स्थानीय लोगों के साथ ठुमके लगाए।

Thursday, February 18, 2010

MWS Launches Ad Campaign For Its Brand Agratoday.in

Agra/Faridabad (India) (Mediabharti Syndication Service) 18 February: Mediabharti Web Solutions launched a new advertisement campaign with tagline ‘Your One News Source For The Whole Of Braj Mandal’ for its brand Agratoday.in.

Creatives, in the size of 336*280, 250*250, 728*90 and 468*60 pixels, to promote the entire portal reflect Agratoday.in as a serious endeavor to offer a wide range of inputs to provide a total package tailor-made to suit the requirement of viewers and surfers, particularly of Braj Mandal area.

Agratoday.in has shown 125% growth as per the page views, unique page views and viewer’s penetration in last three month. And, on the revenue front, it is 23% growth in last half year, specially after the successful ‘Most Popular Agraite of 2009’ campaign” told Brij Khandelwal, Editor, Agratoday.in.

Sunday, January 31, 2010

Internet Poll Elects Most Popular Agraite Of 2009

Agra (India)(Mediabharti Syndication Service) 31 January: It was a glittering awards presentation show Saturday evening at hotel Goverdhan in Agra, where more than 200 artists, intellectuals, hotel industry leaders, professionals and media-persons converged to witness a unique event to publicly felicitate talents from diverse fields. The highlight was the announcement of the result of the internet poll to elect the most popular Agraite of 2009.

Braj Mandal Heritage Conservation Society president Surendra Sharma announced the names of the awardees: Dr. Lovely Sharma, the only D. Lit in Sitar in India, for music; Dr. Vijay M Dhore, artist of national repute, Prof Sunder Lal, Pro VC, Agra University, for his contribution to cyber security and cryptography, Dr. Ram Avtar Sharma, eminent educationist, for heritage conservation and environmental activism. Lalit Rajora, for wild life and nature photography.

Three Guinness Book record holders Dinesh Shandilya, Dr. Parthsarthy Sharma and Akash Gupta were also honored.

The award for the ‘Most Popular Agraite of 2009’ went to Ashok Jain CA, philanthropist and social activist, who has been a key instrument in supporting free heart operations for more than 100 patients. Jain's crusade for eye donations has also earned him credit.

Explaining the purpose of institution these Heritage Awards, Society president Surendra Sharma said 'away from the superficial dazzle of politicians whose only contribution had been to spread cynicism and frustration, our society needs new role models, new heroes who can inspire and show the correct direction to the youth."
The hype and excitement in the past 25 days of polling through emails and SMS to elect the most popular Agraite, helped assess the IT awareness level and the penetration of internet in the city, Dharmendra Kumar from Mediabharti Web Solutions, who conducted the poll, later told Agratoday.in. "The competition was fierce, it picked up momentum only in the later stages when the activists and the society's movers and shakers realized its importance. More than 26,000 entries were recorded. This was the first time, forgetting the reality shows on TV, that such an exercise has been conducted, as far as I know," he added. The model that we have now developed can be tried to elect a whole lot of people and organizations in different situations by members of a particular community, he said.

Saturday, January 30, 2010

पॉपुलर आगराइट-2009: विजेता ट्रॉफी का अनावरण

आगरा (मीडियाभारती सिंडीकेशन सर्विस) 30 जनवरी: साल 2009 में आगरा के सर्वाधिक लोकप्रिय व्यक्तित्व को चुनने के लिए गए चलाए गए अभियान में विजेता को दी जाने वाली ट्रॉफी का अनावरण किया गया।

इस मौके पर मौजूद बृज खंडेलवाल, संपादक, आगराटुडे.इन ने बताया कि मतदान के दौरान कुल 26394 वोट डाले गए। हालांकि, मतदाताओं द्वारा सही कोड न डाले जाने की वजह से 17968 वोट रद्द हो गए। विजेताओं की घोषणा कर दी गई है। विजेता को गोवर्धन होटन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में ट्रॉफी और प्रमाणपत्र दिया जाएगा।

ट्रॉफी का अनावरण करते हुए खंडेलवाल ने बताया कि ट्रॉफी का डिजायन ‘पायोनियर’ के मशहूर कार्टूनिस्ट विकास आग्रवाल ने तैयार किया है। एक जनवरी से 26 जनवरी तक हुई वोटिंग प्रक्रिया को मीडियाभारती वेब सॉल्युशन द्वारा संचालित किया गया।

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