Friday, May 27, 2011

और धूं-धूंकर जल उठा विमान आसमान में....

धर्मेंद्र कुमार
फरीदाबाद (भारत): फरीदाबाद में एक छोटा चार्टर्ड प्लेन हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में 10 लोग मारे गए और 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ‘पीसी 12 हार्टजेल’ विमान वास्तव में एम्बुलेन्स फ्लाइट थी, जिसमें एक मरीज सहित सात लोग थे।
विमान में एक मरीज राहुल राज (20 वर्ष), दो पायलट- कैप्टन हरप्रीत और कैप्टन मंजीत कटारिया, दो डॉक्टर- डॉ. अरशद एवं डॉ. राजेश, सिरील नामक एक पुरुष नर्स और मरीज का एक परिजन रत्नेश कुमार सवार थे। पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक अरविंद दुबे ने बताया कि विमान ने वहां से साढ़े सात बजे उड़ान भरी।
यह चार्टर्ड विमान मरीज राहुल राज को लेकर दिल्ली आ रहा था। विमान करीब 10 बजकर 35 मिनट पर वायुसेना स्टेशन के समीप पर्वतीय कॉलोनी में एक मकान पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
राहुल के पिता और चाचा राहुल के पहुंचने से पहले खुद दिल्ली पहुंच गए, ताकि यहां सारा इंतजाम पहले से हो जाए। अस्पताल की सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वे राहुल के आने का इंतजार करने लगे। समय काटने के लिए वे लोग टीवी देख रहे थे, तभी उन्हें इस दर्दनाक हादसे की खबर मिली। इस हादसे की खबर जैसे ही बेतिया में राहुल के घर पहुंची, वहां मातम छा गया।
इस प्लेन क्रैश में तीन लोग घायल हुए हैं, जिन्हें फरीदाबाद के बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये वे लोग हैं, जो हादसे के बाद लोगों को बचाने के लिए मौके पर पहुंचे थे, लेकिन राहत और बचाव का काम करते हुए जख्मी हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रात करीब साढ़े 10 बजे एकाएक धूल भरी आंधी आई। उसी दौरान आसमान में धू-धू की आवाज को सुनकर लोग घबरा गए, लेकिन बादलों के कारण लोगों को विमान साफ-साफ नजर नहीं आया। इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, विमान पर्वतीय कालोनी के एक मकान पर जा गिरा।
पटना स्थित जगदीश मेमोरियल अस्पताल के डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि 20 वर्षीय राहुल जिगर की बीमारी से पीड़ित था और 22 मई को इस अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया था। उसकी हालत बिगड़ने पर उसके चचेरे भाई रत्नेश कुमार ने दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल से संपर्क किया और वहां के दो डॉक्टरों के साथ उसने एंबुलेन्स फ्लाइट बुलवाई थी। इसी फ्लाइट से राहुल को दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल लाया जा रहा था। बताया जाता है कि बेतिया के रहने वाले राजेश कुमार का बेटा राहुल कोमा में था।


विमान गिरने के बाद घर में आग लग गई थी। दमकल विभाग की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया। जवाहर कालोनी स्थित अपने घर की छत से विमान को गिरते देख रही प्रत्यक्षदर्शी ऋचा गुप्ता के अनुसार आग की लपटें दूर-दूर तक देखी गईं। कुछ अन्य प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विमान में आग हवा में ही लग गई थी। लोगों ने जलता हुआ विमान गिरते देखा।
(कुछ अंश और फोटो भाषा से, वीडियो एनडीटीवीखबर.कॉम से)

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